मिनेपोलिस शहर में पुलिस डिपार्टमेंट खत्म करने की मांग, विरोध प्रदर्शन में सीनेटर भी शामिल हुए

अमेरिकी अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत को 13 दिन बीत चुके हैं। लेकिन, उसको इंसाफ दिलाने के लिए प्रदर्शन जारी हैं। जॉर्ज की हत्या मिनेपोलिस शहर में एक पुलिस अफसर ने घुटने से गला दबाकर की थी। अब इस शहर की सिटी काउंसिल ने पुलिस डिपार्टमेंट ही खत्म करने की मांग की है। इनका कहना है कि लोगों की सुरक्षा का जिम्मा किसी नए विभाग को सौंपा जाना चाहिए। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पुलिस विभाग खत्म करने के बजाय इसमें सुधार का सुझाव दे रहे हैं। यहां अमेरिका के अलावा ब्राजील और कनाडा में हुए विरोध प्रदर्शनों की तस्वीरें...

सिएटल में भी रविवार को विरोध प्रदर्शन हुए। यहां ज्यादातर छात्र नजर आए। इन लोगों ने भी जॉर्ज को इंसाफ दिलाने की आवाज बुलंद की।
मिशिगन के डेट्रॉयट में लोग एक बड़े पार्क में जुटे। इन्होंने फ्लॉयड को इंसाफ दिलाने की मांग की। यहां ज्यादातर प्रदर्शनकारी संक्रमण से बचने के लिए चेहरे पर मास्क लगाए नजर आए। हालांकि, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया।
मिनेपोलिस में ही जॉर्ज फ्लॉयड को एक पुलिस अफसर ने तड़पा-तड़पाकर मार डाला था। मिनेसोटा राज्य के इसी शहर में विरोध प्रदर्शन सबसे ज्यादा हो रहे हैं। रविवार को एक प्रदर्शनकारी जब थक गया तो उसने इस तरह राहत पाने की कोशिश की। इस दौरान अपने देश का राष्ट्रीय ध्वज हाथ में थामे रहा।
तस्वीर मैनहटन की है। रविवार को यहां नस्लीय हिंसा और पुलिस सुधारों के साथ ही जॉर्ज को इंसाफ की मांग दोहराई गई। एक प्रदर्शनकारी ने कहा- हम अब भी एकजुट नहीं हुए तो कुछ नहीं बदलेगा। हर दिन कोई न कोई जॉर्ज फ्लॉयड मारा जाएगा।
वॉशिंगटन के सिएटल में रविवार को प्रदर्शनकारियों के बीच एक कार आ गई। इसमें से निकले एक व्यक्ति फायर भी किया। घटना में एक शख्स घायल हुआ। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तस्वीर उसी घटना की है।
न्यूयॉर्क संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां के गवर्नर भी कह चुके हैं कि ये विरोध प्रदर्शन संक्रमण को खतरनाक स्तर पर ले जा सकते हैं। लेकिन, इसके बावजूद जॉर्ज को इंसाफ दिलाने की मुहिम जारी है। सोमवार को न्यूयॉर्क के ब्रूकलिन में इसीमुहिम का हिस्सा बनती एक प्रदर्शनकारी।
सीनेटर मिट रोमनी जॉर्ज की मौत के बाद सोशल मीडिया पर पहले ही काफी एक्टिव थे। रविवार को उन्होंने आम लोगों के साथ वॉशिंगटन में एक रैली में भी हिस्सा लिया। रोमनी ने कहा है कि जॉर्ज की मौत के बाद प्रशासन को नए सिरे से अश्वेतों की बेहतरी के बारे में सोचना होगा।
दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में महामारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन, यहां भी जॉर्ज की हत्या के बाद लोग गुस्से में हैं। रविवार को मेनेअस शहर में एक रैली निकाली गई। इसमें एक महिला प्रदर्शनकारी इस अंदाज में नजर आई। इस रैली में ब्राजील की जनजातियों को सुरक्षा देने की मांग भी की गई।
तस्वीर कनाडा के मॉन्ट्रियल शहर की है। यहां भी जॉर्ज के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ गुस्सा है। रविवार को यहां एक बड़ी रैली निकाली गई। इसमें एक व्यक्ति फेस शील्ड और मास्क लगाए नजर आया। मास्क पर लिखा था- मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं।
जॉर्ज की मौत के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों में श्वेत नागरिकों की भी बड़ी भागीदारी है। अमेरिका के हर हिस्से में अश्वेतों के साथ श्वेत नागरिक भी जॉर्ज को इंसाफ दिलाने की मांग कर रहे हैं। ब्रूकलिन की यह तस्वीर कहानी बयां करने के लिए काफी है। एक बैनर पर लिखा है- श्वेतों की चुप्पी भी हिंसा है।
तस्वीर वॉशिंगटन की है। रविवार को यहां जॉर्ज को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी रहे। इस दौरान लोगों ने नई मांग सामने रखी। इनका कहना था कि पुलिस डिपार्टमेंट को मिलने वाले सरकारी बजट पर रोक लगाई जानी चाहिए।


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तस्वीर वॉशिंगटन की है। यहां जॉर्ज फ्लॉयड को इंसाफ दिलाने की मांग की गई। लोगों का गुस्सा उसी पुलिस के खिलाफ है जिस पर नागरिकों की हिफाजत की जिम्मेदारी है। लोग मांग कर रहे हैं कि पुलिस को मिलने वाला सरकारी बजट ही बंद कर दिया जाना चाहिए।



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