पाकिस्तान के बड़े धर्मगुरू मौलाना तारिक जमील ने कहा- को-एजुकेशन की वजह से होते हैं दुष्कर्म; सोशल मीडिया पर विरोध
पाकिस्तान में 11 दिन पहले हुए गैंगरेप के विरोध में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। तीन में से एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया जा सका है। इस बीच, देश के बड़े धर्मगुरू माने जाने वाले मौलान तारिक जमील ने रेप के बढ़ते मामलों पर अजीब दलील दी। उन्होंने कहा- अगर लड़के और लड़कियां साथ पढ़ाई करेंगे तो इस तरह की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता। मौलाना ने अपनी बात के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वे सभ्य नहीं कहे जा सकते।
दोषियों को सजा मिलनी चाहिए
जमील ने दोषियों को सजा देने की मांग की। लेकिन, इसके साथ ही देश के एजुकेशन सिस्टम और खासतौर पर को-एजुकेशन पर सवालिया निशान लगा दिए। कहा- अगर इसी तरह चलता रहा, लड़के-लड़कियां साथ पढ़ते रहे तो मुश्किलें बढ़ती जाएंगी। पिछले कुछ साल में नैतिकता खत्म हुई है। मौलाना का इस बयान का सोशल मीडिया पर कई लोगों और खासतौर पर महिलाओं ने विरोध किया।
अब तक सिर्फ एक आरोपी गिरफ्तार
9 सितंबर को पाकिस्तानी मूल की एक महिला कार में अपने दो बच्चों के साथ लाहौर से सियालकोट जा रही थी। रास्ते में कार का पेट्रोल खत्म हो गया। उसने पति को फोन पर जानकारी दी। पति के आने के इंतजार में वो बच्चों के साथ कार में बैठ गई। तभी तीन लोग वहां पहुंचे। कार का शीशी तोड़कर पहले लूटपाट की। इसके बाद बच्चों के सामने महिला का रेप किया। लाहौर के आईजी ने महिला को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसका काफी विरोध हुआ।
प्रधानमंत्री बोले- रेपिस्ट्स को चौराहे पर फांसी दें या नपुंसक बना दें
इमरान ने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा था- कत्ल के आरोपियों को जो सजा दी जाती है, वही रेपिस्ट्स को भी मिलनी चाहिए। उन्हें चौराहे पर लटका (फांसी) दिया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्हें कैमिकल या सर्जरी के द्वारा नपुंसक बनाया जा सकता है। ऐसे लोगों को वो सजा देनी चाहिए जो दूसरे लोग डरें। इमरान ने हालांकि, ये भी माना कि इस तरह के कदम उठाना आसान नहीं क्योंकि एक वर्ग इनका विरोध भी करेगा।
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