इमरान बोले- सेना और सरकार के रिश्तों दरार डाल रहा विपक्ष; रेल मंत्री ने कहा- मैं फौज का प्रवक्ता ही ठीक, भारत का एजेंट तो नहीं हूं
पाकिस्तान की सियासत में फौज को लेकर लेकर बयानबाजी जारी है। जबकि, आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने पिछले दिनों साफ कर दिया था कि सेना को राजनीतिक मामलों से दूर रखा जाए। प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष पर आरोप लगाया है कि वो सरकार और सेना के बीच दरार डालने की साजिश रच रहा है। वहीं, उनके रेल मंत्री शेख राशिद ने खुद को फौज का प्रवक्ता कहे जाने वाले खुशी जताई। कहा- सेना का प्रवक्ता कहे जाने पर गर्व महसूस होता है। भारत का एजेंट तो नहीं हूं।
एक दिन पहले पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने अपने पार्टी नेताओं से कहा था कि वे फौज के अफसरों से मुलाकात न करें। अगर करते भी हैं तो इसकी जानकारी मीडिया को होनी चाहिए।
इमरान ने क्या कहा
इमरान ने शुक्रवार को विपक्षी नेताओं के रवैये पर सवाल उठाए। कहा- विपक्ष सरकार और सेना के रिश्तों में दरार डालने की कोशिश कर रहा है। मैं बहुत अच्छे से जानता हूं कि कुछ नेता आर्मी अफसरों से मिलते रहे हैं। प्राइवेट न्यूज चैनलों के डायरेक्टर्स से मुलाकात के दौरान इमरान ने कहा कि उन्हें इस विपक्ष से खतरा महसूस नहीं होता। इमरान ने माना कि पिछले दिनों आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद विपक्ष के नेताओं से मिले थे, और उन्हें इस मीटिंग के बारे में जानकारी मिल गई थी।
रेल मंत्री बोले- भारत का एजेंट नहीं हूं
इमरान सरकार में रेल मंत्री शेख राशिद को पाकिस्तान में फौज के प्रवक्ता का ताना दिया जाता है। शुक्रवार को राशिद ने विपक्ष और मीडिया के इस तंज का तल्ख अंदाज में जवाब दिया। राशिद ने कहा- अगर कोई मुझे फौज का प्रवक्ता कहता है तो मैं इसका बुरा क्यों मानूं। ये तो मेरे लिए गर्व की बात है। मुझे भारत का एजेंट तो नहीं कहा जाता। फौज और विपक्षी नेताओं की मीटिंग पर राशिद ने कहा- अगर मोबाइल डेटा शेयर कर दूं तो हंगामा हो जाएगा।
राशिद ने नवाज शरीफ के भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कारोबारी सज्जन जिंदल से रिश्तों पर तंज कसते हुए कहा- मैं भारत का एजेंट नहीं हूं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Dainik
No comments:
Post a Comment