22 अक्टूबर को होने वाली दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में म्यूट बटन को मंजूरी, ट्रम्प और बाइडेन एक-दूसरे को बीच में रोक नहीं सकेंगे

अमेरिका में 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के पहले तीसरी और आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट गुरुवार को होनी है। इसके पहले कमिशन और प्रेडिडेंशियल डिबेट (सीपीडी) ने साफ कर दिया है कि बहस के दौरान म्यूट बटन का इस्तेमाल होगा। इसके इस्तेमाल से डोनाल्ड ट्रम्प और उन्हें चुनौती दे रहे डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन एक-दूसरे को अपनी बात कहते वक्त रोक नहीं पाएंगे। पहली डिबेट में इस रोकटोक की वजह से कई बार असहज स्थिति बन गई थी।

पहली बहस 29 सितंबर को हुई थी। दूसरी बहस को राष्ट्रपति ट्रम्प के संक्रमित होने की वजह से रद्द कर दिया गया था। यानी तकनीकि तौर पर यह तीसरी नहीं बल्कि दूसरी ही बहस होगी।

म्यूट बटन से क्या होगा
पहली बहस के दौरान एंकर क्रिस वॉलेस और दर्शकों के सामने अजीब स्थिति बन गई थी। दरअसल, नियमों का उल्लंघन करके दोनों ने कई बार और कई मुद्दों पर एक दूसरे को रोकाटोका था। एक बार तो झल्लाकर बाइडेन ने ट्रम्प से कहा था- क्या आप चुप नहीं रह सकते। सुनिए, मैं क्या बोल रहा हूं।

अब सीपीडी ने रोकटोक के इस मर्ज का इलाज म्यूट बटन के जरिए निकाला है। कमिशन के मुताबिक- ओपनिंग रिमार्क्स के दौरान हर कैंडिडेट का माइक्रोफोन दो मिनट के लिए बंद रखा जाएगा। मॉडरेटर सवाल पूछेगा तो सिर्फ उस कैंडिडेट का माइक चालू रहेगा जिसे जवाब देना है। यानी सवाल बाइडेन से पूछा गया है तो ट्रम्प का माइक बंद रहेगा। इसके बाद दोनों के माइक खोल दिए जाएंगे। बहस को 15-15 मिनट के छह हिस्सों में बांटा गया है। यानी कुल 90 मिनट की बहस होगी।

सीपीडी ने दोनों टीमों से बातचीत की
सीपीडी ने एक बयान में कहा- हमने पहली डिबेट में हुई दिक्कत से निपटने के लिए रास्ता निकाला। इसके लिए दोनों कैंडिडेट्स की कैम्पेन से बातचीत की गई। इससे किसी को फायदा या नुकसान होने की बजाए देश की जनता यह समझ पाएगी कि किस मुद्दे पर वे क्या कहना चाहते हैं। यह देशहित के लिए उठाया गया कदम है।

ट्रम्प कैम्पेन टीम खुश नहीं
बटन म्यूट किए जाने के फैसले से ट्रम्प की कैम्पेन टीम खुश नहीं है। सीपीडी को लिखे गए लेटर में टीम मैनेजर बिल स्टेपाइन ने कहा- हम म्यूट बटन के इस्तेमाल को सही नहीं मानते। कोई किसी कैंडिडेट की आवाज को कैसे दबा सकता है। हालांकि, खुद ट्रम्प ने इस बारे में अब तक कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, माइक्रोफोन बंद होने के बावजूद अगर कोई कैंडिडेट बोलता है तो इसे कैसे रोका जाएगा, इस पर सवालिया निशान हैं। ट्रम्प की टीम ने तो सीपीडी के फैसले पर ही सवाल उठा दिए। कहा- ये बाइडेन डिबेट कमिशन हो गया है।

विदेश नीति पर कराएं बहस
ट्रम्प की कैम्पेन टीम ने सीपीडी से कहा है कि गुरुवार को होने वाली बहस को अब सिर्फ विदेश नीति यानी फॉरेन पॉलिसी पर रखा जाए। कैम्पेन टीम ने सीपीडी को लिखे लेटर में कहा- दूसरी बहस के रद्द हो जाने के बाद बेहतर होगा कि अमेरिका की सबसे बड़ी जरूरत पर भी फोकस किया जाए। हमें घरेलू मामलों से अलग दुनिया में अपनी ताकत बनाए रखना है। लिहाजा, यह जरूरी है कि हम फॉरेन पॉलिसी पर बहस करें। दूसरी तरफ, बाइडेन कैम्पेन ने इस पर तंज कसा। कहा- ट्रम्प अब कोरोनावायरस पर अपनी नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

गुरुवार को है बहस
22 अक्टूबर को (भारत में 23 अक्टूबर सुबह 6 बजे) यह बहस नेश्विले में होनी है। एनबीसी की एंकर क्रिस्टीन वेकर इसे मॉडरेट करेंगे। 3 नवंबर को होने वाले चुनाव के पहले यह ट्रम्प और बाइडेन के बीच आखिरी आमने-सामने वाला मुकाबला होगा। दूसरी डिबेट रद्द होने के बाद इस बहस पर बहुत ज्यादा फोकस रहेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Donald Trump vs Joe Biden Second Debate To Feature Mute Button; Here's New York Times (NYT) Opinion On US Election 2020



Dainik

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *