जर्मनी के बर्लिन में 70 साल बाद पहली बार रात का कर्फ्यू, न्यूजीलैंड में हालात सबसे बेहतर; दुनिया में 3.63 करोड़ केस

दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.63 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 74 लाख 08 हजार 529 से ज्यादा हो चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 10.60 लाख के पार हो चुका है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। यूरोप के ज्यादातर देशों में संक्रमण की दूसरी लहर परेशानी का सबब बन गई है। फ्रांस के बाद स्पेन और अब जर्मनी में हालात खराब होते जा रहे हैं। बर्लिन में तो 70 साल बाद पहली बार नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।

जर्मनी : सख्त प्रतिबंधों पर जोर
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 70 साल में पहली बार यहां नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। हमेशा गुलजार रहने वाला बर्लिन शहर अब शांत नजर आ रहा है। शनिवार से यहां रात 11 से सुबह 6 बजे तक किसी तरह की कारोबारी गतिविधियां नहीं होंगी। बार और रेस्टोरेंट्स पूरी तरह बंद रहेंगें। इसका उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है और पार्टी में शामिल होने वाले लोग इसका खतरा बढ़ा रहे हैं। यहां किसी भी हाल में पांच से ज्यादा लोग एक जगह नहीं जुट सकेंगे। अकेले बर्लिन में हर रोज करीब 45 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। इसके बाद सख्ती का फैसला लिया गया।

डब्ल्यूएचओ : यूरोप को लेकर फिक्र
डब्ल्यूएचओ ने यूरोप में संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर चिंता जाहिर की है। संगठन के मुताबिक, यहां साइंस के अलावा भी कुछ उपाय करने की जरूरत है ताकि संक्रमण पर काबू पाया जा सके। डब्ल्यूएचओ के यूरोप प्रभारी हेन्स क्लग ने कहा- जो डेटा मिल रहा है वो वास्तव में चिंता में डालने वाला है। हम सिर्फ साइंस से हालात नहीं सुधार सकते। लोगों को साहस से काम लेना होगा। लोगों को अपने व्यवहार में बदलाव लाना होगा। कम्युनिटी लेवल पर लोगों को जागरूक करना होगा ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकें। स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में हालात खराब होते जा रहे हैं।

यूरोप में संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। स्पेन में भी खतरा बहुत ज्यादा है। यहां मैड्रिड में सरकार ने बार और रेस्टोरेंट्स बंद कर दिए हैं। बुधवार को लोगों ने इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किए।

न्यूजीलैंड : यहां हालात बेहतर
ब्लूमबर्ग में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमण पर काबू पाने के मामले में न्यूजीलैंड अब तक सबसे कामयाब देश रहा है। यहां की सरकार ने बेहतरीन काम किया और दुनिया के बड़े बिजनेस लीडर्स भी इस बात को मान रहे हैं। इतना ही नहीं ये लोग यहां इन्वेस्टमेंट प्लान भी कर रहे हैं। यहां इकोनॉमिक रिकवरी रेट भी दूसरे देशों से बहुत बेहतर है। इसके लिए जो इंडेक्स रेटिंग जारी की गई है, उसमें न्यूजीलैंड को 238, जापान को 204 और ताइवान को 198 नंबर दिए गए हैं। अमेरिका 10वें नंबर पर है। रिपोर्ट के मुताबिक, जेसिंड अर्डर्न की सरकार ने इतना बेहतर काम किया है कि वे दूसरा चुनाव जीत सकती हैं।

न्यूजीलैंड के वेलिंग्टन शहर के एक रेस्टोरेंट में मौजूद कस्टमर। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 से निपटने के मामले में न्यूजीलैंड सबसे कामयाब रहा। (फाइल)

ब्राजील : स्लम एरिया पर फोकस
ब्राजील में मंगलवार को कुल 41 हजार 906 नए मामले सामने आए। 11 सितंबर के बाद यह एक दिन में सामने आए नए मरीजों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में यह जानकारी दी है। इसी दौरान 819 लोगों की मौत भी हो गई। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 1 लाख 47 हजार 494 हो गया है। ब्राजील सरकार ने कहा है कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर मानकर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सरकार का फोकस मुख्य रूप से स्लम एरिया में है। यहां संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालांकि, सख्त लॉकडाउन जैसे उपायों के इस्तेमाल से सरकार ने इनकार कर दिया है।



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बुधवार को बर्लिन के एक रेस्टोरेंट में बैठे कस्टमर। शनिवार से यहां बार और रेस्टोरेंट बंद हो जाएंगे। ऐसा 70 साल में पहली बार होगा। यूरोप के तीन देशों जर्मनी, फ्रांस और स्पेन में संक्रमण की दूसरी लहर घातक साबित हो रही है।



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