विदेश मंत्री पोम्पियो ने कहा- चीन तिब्बत के धर्म गुरु पंचेन लामा की जानकारी सार्वजनिक करे

अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सोमवार को मांग की कि चीन तिब्बती धर्म गुरु पंचेन लामा के ठिकाने का तुरंत खुलासा करे। उनकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 साल पहले चीनी अधिकारियों ने उनका अपहरण कर लिया था। उस समय उनकी उम्र महज छह साल थी। अब वे 31 साल के हो गए हैं।
14 मई 1995 में तिबब्त के प्रमुख धर्म गुरु दलाई लामा ने पंचेन लामा को पहचानेजाने की घोषणा की थी

अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सोमवार को मांग की कि चीन तिब्बती धर्म गुरु पंचेन लामा के ठिकाने का तुरंत खुलासा करे। उनकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 साल पहले चीनी अधिकारियों ने उनका अपहरण कर लिया था। उस समय उनकी उम्र महज छह साल थी। अब वे 31 साल के हो गए हैं।

14 मई 1995 में तिबब्त के प्रमुख धर्म गुरु दलाई लामा ने पंचेन लामा को पहचानेजाने की घोषणा की थी। छह साल के गेझुन चोएक्यी न्यीमा को पंचेन लामा को अवतार घोषित किया गया था।तिब्बत के बौद्ध धर्म के सबसे बड़े स्कूल में उन्हें दूसरासबसे बड़ाव्यक्ति माना जाता है। इसके तीन दिन के बाद ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। तब से उन्हें नहीं देखा गया। मानवाधिकार समूहों ने उन्हें दुनिया का सबसे कम उम्र का राजनीतिक कैदी बताया है।


‘चीन को धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करनी चाहिए’
पोम्पियो ने कहा कि चीन को धार्मिक मामले में हस्तक्षेप नहीं करनी चाहिए। सभी धर्मके लोगों की तरह तिब्बती बौद्धों को भी सरकारी हस्तक्षेप के बिना अपनी परंपराओं, धर्मगुरुओं का चयन और अपनी मान्यताओं को अपनाने की अनुमति होनी चाहिए।


पंचेन लामा भी बुद्ध का एक अवतार माने जाते हैं
दलाई लामा की तरह ही पंचेन लामा को भी बुद्ध के एक रूप का अवतार माना जाता है। पंचेन लामा को असीम प्रकाश वाले दैवीय स्वरूप का अवतार माना जाता है। वहीं, दलाई लामा उनके अवलोकित्श्वरा स्वरूप के अवतार माने जाते हैं। कहा जाता है कि जब अगले दलाई लामा की खोज होगी, तो यह काम पंचेन लामा ही करेंगे।


अमेरिका ने पहले भी चेतावनी दी थी
अमेरिकी विदेश विभाग के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक आजादी के राजदूत सैम ब्राउनबैक ने पिछले हफ्ते चेतावनी दी थी कि चीन को पंचेन लामा को केवल दलाई लामा के उतराधिकारी चुनने के एक मॉडल के रूप में नहीं देखना चाहिए।


चीन नहीं चाहता दलाई लामा का उत्तराधिकारी घोषित हो
चीन सरकार ने अपनी ओर से दलाई लामा का एक उत्तराधिकारी नियुक्त किया है। वह कई बार सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी नजर आ चुका है। हालांकि,उसे तिब्बती लोग नहीं मानते। चीन नहीं चाहता कि दलाई लामा के अगले उत्तराधिकारी की घोषणा हो। ऐसा करने से दुनिया भर में तिब्बत की आजादी की मुहिम कमजोर होगी। तिब्बती बौद्ध के 14वें धर्मगुरु दूसरे पंचेन लामा की घोषणा करना चाहते हैं।


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