पुलिस की बर्बरता से अश्वेत की मौत के बाद भड़के दंगे; पुलिस स्टेशन में आग लगाई, मिनेसोटा राज्य में आपातकाल लगाया गया
अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के मिनीपोलिस शहर में दंगे भड़क गए हैं। यहां तीन दिन पहलेपुलिस की बर्बरता से अफ्रीकन-अमेरिकन की मौत हो गई थी।शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने मिनीपोलिस पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। मिनेसोटा के गर्वनर टिम वाल्ज ने राज्य में आपातकाल की घोषणा की है। इसके साथ ही न्यूयॉर्क में प्रदर्शन के बाद 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मिनीपोलिस पुलिस के प्रवक्ता ने बताया है कि किसी भी पुलस वाले को कोई नुकसान नहीं हुआ है। सभी पुलिस स्टेशन से सुरक्षित निकाल लिया गया था। मिनेसोटा में कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने लूटपाट और तोड़फोड़ भी की है। कई जगहों पर वाहनों को आग लगा दी गई है।
घुटने से गर्दन दबाए रहने से हुई थी मौत
मिनीपोलिस शहर में 26 मई को एक अश्वेत जार्ज फ्लायड को पुलिस ने धोखाधड़ी के मामूली आरोपों में गिरफ्तार किया था। इस दौरान एक पुलिस अफसर उसे सड़क पर उल्टा लिटाकर पांच मिनट तक घुटने से गर्दन दबाए रहा था। उसके हाथों में हथकड़ी थी। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, इसमें सुना जा सकता है कि करीब 40 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाता है। वह कहता है, ‘‘आपका घुटना मेरे गर्दन में है, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं... ममा, ममा’’, धीरे-धीरे उसकी हरकत बंद हो जती है। इसके बाद अफसर कहते हैं ‘उठो और कार में बैठो’ तब भी उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा होती है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है, जहां उसकी मौत हो जाती है।
यूएन ने कड़े कदम उठाने की मांग की
यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचलेट ने अमेरिका से पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। बैचलेट ने कहा कि अमेरिकी पुलिस अधिकारी काफी लंबे समय से अफ्रीकन-अमेरिकन लोगों की हत्या करते रहे हैं। यह घटना कोई नई नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को दोषी ठहराने और सजा देनी की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी कई मामलों में ऐसी हत्याओं पर जांच तो हुई है, लेकिन परिणाम कभी सही नहीं आए हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Dainik
No comments:
Post a Comment