प्रचार वीडियो में बिल्डिंग्स और पुलिस की कारें जलाते नजर आ रहे अश्वेत; रंगों के आधार पर भेदभाव की बात कही गई
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नस्लभेद का मुद्दा जोर पकड़ता जा रहा है। एक अश्वेत चर्च के लीडर्स ने ट्रम्प कैंपेन की ओर से जारी हुए वीडियो को ‘व्हाइट टेररिज्म’ बढ़ाने वाला बताया है। इसमें लोगों से रंगों के आधार पर भेदभाव करने और चर्च जाने वालों को ठग कहे जाने की बात कही गई है।
साथ ही आशंका जाहिर की है कि इस वीडियो को देखने के बाद लोगों की भावनाएं भड़क सकती हैं। ऐसे में अश्वेतों की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। ट्रम्प कैंपेन से वीडियो को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से हटाने की मांग भी की गई है। वीडियो को ‘मीट जो बाइडेन सपोटर्स’ के नाम से जारी किया गया है। फिलहाल यह कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। इसमें देश में हुए अश्वेत प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के कई शॉट्स भी हैं।
वीडियो में क्या है?
1 मिनट 9 सेकंड के इस वीडियो में अश्वेत बिल्डिंग्स और पुलिस की कारें जलाते नजर आ रहे हैं। इसके बाद डेमोक्रेट्स के राष्ट्रपति पद के कैंडिडेट जो बाइडेन को विलमिंग्टन में बैथेल अफ्रीकन मेथेडिस्ट एपिस्कोपल (एएमई) चर्च के बाहर घुटने के बल बैठे नजर आ रहे हैं। बाइडेन के साथ चर्च के कई अश्वेत क्लर्गी मेम्बर्स (चर्च में धार्मिक काम करने वाले लोग) भी खड़े दिख रहे हैं। इस बीच बैकग्राउंड में उपराष्ट्रपति माइक पेंस की आवाज सुनाई देती है- आप जो बिडेन के अमेरिका में सुरक्षित नहीं हैं। वीडियो के अंत में लिखा है- जो बाइडेन और उसके दंगाइयों को रोकें।
‘वीडियो के लिए माफी मांगे ट्रम्प कैंपेन’
बैथेल पैस्टर सिल्वेस्टर बीमैन ने कहा- यह प्रचार कैंपेन अपमानजनक है। व्हाइट सुपरमैसी के खिलाफ न झुकने वाले अश्वेतों के खिलाफ है। इसके लिए ट्रम्प कैंपेन को तुरंत एएमई चर्च से माफी मांगनी चाहिए। कानून और होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट को इसकी जांच करनी चाहिए। पता लगाना चाहिए कि फोटो और वीडियो को इस तरह गलत ढंग से पेश करना कानूनन सही है या नहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव को देखते हुए कुछ राजनीतिक पार्टियां व्हाइट सुपरमैसी को बढ़ावा दे रही हैं। वे अश्वेतों के खिलाफ नफरत फैला रही हैं।
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