हर व्यक्ति हर सेकंड जनरेट कर रहा 1.7 MB डेटा, दुनिया का 90% डेटा 2 साल में हुआ तैयार
दुनिया के तमाम देशों में आज वर्ल्ड स्टेटिसटिक्स डे यानी विश्व सांख्यिकी दिवस मनाया जा रहा है। यूएन स्टेटिस्टिकल कमीशन ने 2010 में इसकी शुरुआत की थी। इसे हर पांच साल बाद 20 अक्टूबर को मनाया जाता है। मतलब यह कि आज तीसरा वर्ल्ड स्टेटिसटिक्स डे है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्टेटिसटिक्स आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए बेहद जरूरी है। आंकड़ों को जमा करना, उनका एनालिसिस करना और नतीजे निकालना ही स्टेटिसटिक्स है। यह लोगों और सरकारों को सशक्त बनाता है, ताकि सही दिशा में नीतियां तैयार हो सकें।
मौजूदा डिजिटल युग में तो स्टेटिसटिक्स का महत्त्व और बढ़ गया है। इस समय दुनिया का हर व्यक्ति प्रति सेकंड 1.7 MB डेटा जनरेट कर रहा है। यही वजह है कि दुनिया का 90% डेटा पिछले दो साल में ही जनरेट हुआ है। कहा जा रहा है कि अब डेटा ही नया तेल और नया सोना है। इसमें इंटरनेट, सोशल मीडिया और सर्च इंजन की अहम भूमिका है।
कई ऐसे चौंकाने वाले आंकड़े भी हैं, जो आम धारणा से उलट दुनिया की एकदम नई तस्वीर सामने लाते हैं। जैसे, हमारी आकाशगंगा में मौजूद तारों से कई गुना ज्यादा धरती पर पेड़ हैं। ऐसे में पेश हैं डेटा की दुनिया से जुड़े कुछ दिलचस्प स्टेटिसटिक्स...
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